बड़े प्यार से उसने सासू मां के गोद में अपना सर रख कर आंख मूंद लिया। बड़े प्यार से उसने सासू मां के गोद में अपना सर रख कर आंख मूंद लिया।
उसने साबित के दिया था कि तपस्या करने के लिए मन्दिर नहीं मन की आवश्यकता होती है। उसने साबित के दिया था कि तपस्या करने के लिए मन्दिर नहीं मन की आवश्यकता होती है।
"क्या कहूँ और क्या बताऊँ? रोज ही ऑफिस से बाहर निकलते हुए हालत ये हो जाती है कि पूरा आसम "क्या कहूँ और क्या बताऊँ? रोज ही ऑफिस से बाहर निकलते हुए हालत ये हो जाती है कि प...
और आज दोस्ती की बदौलत एक श्याम रंग से ग्रसित लड़की आत्मविश्वास से चहकने लगी थी। और आज दोस्ती की बदौलत एक श्याम रंग से ग्रसित लड़की आत्मविश्वास से चहकने लगी थी।
पहले प्यार की कसक और वर्तमान की असमंजसता को दर्शाती है ये कहानी। पहले प्यार की कसक और वर्तमान की असमंजसता को दर्शाती है ये कहानी।